Inspiring Madhushala Shayari in Hindi
जीवन में मधु का प्याला था,
तुमने तन मन दे डाला था,
वह टूट गया तो टूट गया,
मदिरालय का आँगन देखो,
कितने प्याले हिल जाते हैं,
गिर मिट्टी में मिल जाते हैं,
जो गिरते हैं कब उठते हैं,
पर बोलो टूटे प्यालों पर
कब मदिरालय पछताता है,
जो बीत गयी सो बात गयी!
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